सोचिए कितना मजेदार होगा न जब आप बिस्तर पर लेटे हुए “Alexa play a new Bollywood song” कहते हैं और आपका पसंदीदा गाना शुरू हो जाएगा.
जी हाँ यह संभव है. आज टेक्नोलॉजी के इस युग में अनेक कार्य संभव हो रहे हैं. जिनके बारे में पहले कल्पना भी नही की जा सकती थी. तकनीक के आविष्कार का एक अदभुत उदाहरण है Artificial Intelligence अर्थात “कृत्रिम बुद्धिमता.”
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह Artificial Intelligence होता क्या है? परंतु आप में से अधिकतर लोग AI पर आधारित डिवाइस का इस्तेमाल करते होंगे? क्योंकि वर्तमान समय में AI का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियों में ही नही बल्कि घर-घर में इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
आपने कभी Google Home, Amazon Echo डिवाइस के बारे में TV या मोबाइल पर विज्ञापन देखा है? यह डिवाइस आपके द्वारा दी गयी कमांड पर कार्य करते हैं. आज विभिन्न क्षेत्रों में AI का महत्व कई गुना बढ़ चुका है.
इसलिए तकनीक से जुड़े प्रत्येक यूजर के लिए AI को समझना समय की माँग है. अतः आज के इस लेख में हम जानेंगे कि AI क्या है? यह कैसे कार्य करती है तथा किस प्रकार भविष्य में इसका उपयोग कई गुना बढ़ जाएगा.
AI क्या है – What is AI in Hindi?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सरल शब्दों में समझें तो,
जिस तरह हम दैनिक जीवन में मोबाइल या अन्य चीजों की मदद से विभिन्न कार्यों को करते हैं. ठीक उसी प्रकार मनुष्य की तरह ही यदि किसी कार्य को पूर्ण करने में एक मशीन हमारी सहायता करती है तो इस क्रिया को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी कहते हैं.
AI तकनीक मनुष्य के दिमाग की तरह किसी समस्या का हल ढूंढ कर उसका समाधान निकालने में सहायता करती है. AI तकनीक के विकसित होने का मुख्य कारण कंप्यूटर वैज्ञानिकों द्वारा एक ऐसी मशीन का विकास करना था जो मनुष्य की बुद्धि की तरह ही सोच सके तथा किसी कार्य को बेहतर तरीके से पूर्ण करने में सक्षम हो सके.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी मनुष्य की बुद्धि के समान ही कार्य करती है Amazon Echo AI तकनीक का बेहतरीन उदाहरण है. यह डिवाइस Speech Recognition फ़ीचर का इस्तेमाल करता है. जिसमें मनुष्य द्वारा किसी डिवाइस को छुए बिना यह मनुष्य के शब्दों को समझता है तथा एक सेवक की भाँति आदेशों का पालन करता है. आज हम सभी स्मार्टफोन में AI तकनीक का इस्तेमाल करते हैं Google Ask, OK Google, गूगल असिस्टेंट जैसी मुफ्त गूगल सेवाएं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी की ही देन है.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी Application को एक आसान उदाहरण की सहायता से समझें तो हम आमतौर पर किसी पुस्तक को पढ़ने तथा समझने के लिए मस्तिष्क का इस्तेमाल करते हैं. वही दूसरी ओर यदि हमारे द्वारा स्मार्टफोन में मौजूद किसी ट्रांसलेटर की सहायता से उस पुस्तक के किसी पेज का फोटो कैप्चर किया जाता है तो ट्रांसलेटर एप उस पेज को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी तकनीक की मदद से ट्रांसलेट कर इंग्लिश टेक्स्ट को हिंदी में परिवर्तित कर देता है. जिससे हम उस पेज को सरलतापूर्वक पढ़ सकते हैं.
इस प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी किसी कार्य को करने में सहायता करती है जिससे मनुष्य के समय तथा ऊर्जा दोनों की बचत होती है.
इसके साथ ही Driver Less कार AI तकनीक पर कार्य करती हैं. बिना ड्राइवर वाली यह कार सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए यात्रियों को सही स्थान पर ले जाती है. हालाँकि यदि आपको यह एक कल्पना मात्र लगता है, तथा आप सोचते हैं की वर्तमान समय में ऐसी कार का सड़कों पर दौड़ना मात्र कल्पना लगती है. तो शायद आप गलत हैं क्योंकि अमेरिका जैसे कई विकसित देशों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी तकनीक पर कार्य करने वाले Driver Less वाहन सड़कों पर दौड़ते हैं. इस तरह AI तकनीक के असीमित उदाहरण मौजूद हैं तथा यह तकनीक विस्तृत होती जा रही है.
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का इतिहास – Artificial Intelligence History in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास प्राचीनकाल में मिथ्या कहानियों तथा कृत्रिम प्राणियों से शुरू हुआ. John McCarthy को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का पितामह कहा जाता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च के बारे में सबसे पहली वार्तालाप वर्ष 1956 में ग्रीष्मावकाश के दौरान डार्टमाउथ कॉलेज के कैंपस में आयोजित वर्कशॉप में हुई.
इस वर्कशॉप में उपस्थित रहने वाले व्यक्तियों को कई दशकों तक AI रिसर्च के लीडर्स के रूप में जाना गया. उस समय इनमें से कुछ लीडर्स के विचार यह थे कि, “मानव बुद्धि पर आधारित यह मशीन एक पीढ़ी से अधिक समय तक नहीं कार्य कर सकती.” लीडर्स को अनेक स्रोतों से इस मशीन के सपने को साकार करने के लिए लाखों डॉलर दिए गए.
परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर पूर्ण रूप से ध्यान नहीं दिया तथा 1973 में अमेरिकी तथा ब्रिटिश सरकारों की तरफ से धन देना बंद कर दिया. आर्टिफिशियल इंटेलेजेंस रिसर्च के इस कठिन समय को बाद में AI Winter का नाम दिया गया.
लेकिन 7 वर्ष बाद जापानी सरकार ने भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को ध्यान में रखते हुए सरकारों तथा विभिन्न इंडस्ट्री को अरबों डॉलर के साथ AI तकनीक का विकास करने के लिए निवेशकों को प्रेरित किया. मगर एक बार फिर से कंप्यूटर हार्डवेयर क्षमता में कमी के कारण निवेशकों ने धन देना बंद कर दिया.
इक्कीसवीं सदी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में निवेश तथा बढ़ती रुचि के कारण AI ने बाज़ार में धूम मचा दी. शक्तिशाली कंप्यूटर हार्डवेयर के कारण शिक्षा तथा उद्योग में कई समस्याओं के समाधान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी को लागू किया गया. और वर्तमान आपके सामने हैं.
AI तकनीक का इस्तेमाल किन-किन क्षेत्रों में किया जा रहा है?
कृषि – Agriculture
जी हाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का इस्तेमाल खेती-बाड़ी में भी किया जाने लगा है. AI तकनीक उपज प्राप्त करने तथा फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए रिसर्च तथा विकास का कार्य करती है.
नई AI तकनीक फसलों के तैयार होने के समय की भविष्यवाणी भी करती है जो कृषि की दक्षता (Efficiency) को बढ़ाता है. इसके साथ ही AI मृदा तथा फसलों की निगरानी में सहायक होती है. AI तकनीक नए एल्गोरिथ्म तथा डेटा का उपयोग करती है जो किसानों को कीटों से बचाने तथा फसल के अच्छे स्वास्थ्य के लिए लाभवर्धक होती है.
इसके साथ ही कृषि में ग्रीनहाउस ऑटोमेशन, मॉडलिंग तथा Simulation आदि के साथ ही कृषि को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए AI तकनीक उपयोग में लायी जाती है.
Virtual Personal Assistant
वर्चुअल पर्सनल असिस्टेंट हमारे कार्यों को सरलता तथा तेजी से करते हैं. वर्तमान समय में Google Assistant, Amazon Echo, Siri आदि अनेक पर्सनल असिस्टेंट हैं जो अलग अलग ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ कार्य करते हैं.
सरल शब्दों में कहें तो यह हमारे शब्दों के आधार पर तेजी से हमारे लिए सूचना प्रस्तुत करते हैं. उदाहरण के लिए यदि आप अपने एंड्रॉएड स्मार्टफोन में उपलब्ध गूगल एसिसटेंट से कहते हैं “OK Google! Call to Punit at 10 Am Today’ तो इस स्थति में पर्सनल एसिस्टेंट आपके फोन में जानकारी के आधार पर उस व्यक्ति को कॉल कर आपके कार्यों को समय पर करने में मदद करता है.
Online Customer Support
कई सारी ऑनलाइन वेबसाइट ऑनलाइन कस्टमर सपोर्ट की सुविधा देती हैं जिसमें वह वेबसाइट यूजर की सहायता हेतु सवालों के जवाब देती है. परंतु क्या आप जानते हैं अनेकों वेबसाइट्स में एक व्यक्ति आपके सवालों का जवाब नहीं देता बल्कि इन साइट्स पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी पर आधारित रोबोट्स कार्य करते हैं.
जो यूजर द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब वेबसाइट में उपलब्ध जानकारी के आधार पर बताते हैं. परंतु यह रोबोट्स ऑटोमेटेड रिस्पांडर से थोड़े भिन्न होते हैं.
Video Games
क्या आप जानते हैं कि कई वीडियो गेम्स में AI तकनीक का इस्तेमाल कई वर्षों से किया जा रहा है. पिछले कुछ सालों से तकनीक में काफी परिवर्तन हुआ है. जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक यूज़र की भावनाओं के आधार पर ही गेम के कैरेक्टर कार्य करते हैं, तथा अलग-अलग रिएक्शन प्रदान करते हैं.
Cyber Security
वैश्विक साइबर क्राइम से हुए धन के नुकसान के आंकड़ों के अनुसार लोगों को 400 बिलियन डॉलर धन का नुकसान हुआ है. क्रेडिट कार्ड से की जाने वाली धोखाधड़ी इसमें प्रथम स्थान पर है. इस धोखाधड़ी को पता लगाने के अनेक प्रयास किए जा चुके हैं. और अभी-भी किए जा रहे हैं.
परंतु इस समस्या का समाधान के लिए भी AI तकनीक का प्रस्ताव पेश किया गया है क्योंकि AI के पास एल्गोरिथम का गहन अध्ययन करने की क्षमता होती है जिससे यह लोकप्रिय होते जा रहे हैं.
इसके अलावा यूज़र को मूवी सुझाना, सुरक्षा स्तर को बढ़ाने तथा स्मार्ट होम डिवाइस के इस्तेमाल में AI तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होने वाले नुकसान
एक तरफ़ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने वरदान के रूप में हमारे अनेक कार्य सरल बना दिये हैं. वहीं दूसरी ओर AI तकनीक आज अभिशाप बनती जा रही है. चलिये जानते हैं Artificial Intelligence के दुष्प्रभावों के बारे में.
- AI तकनीक पर आधारित रोबोट्स जापान, चीन आदि देशों में कार्य कर रहे है. जिस वजह से मनुष्य के अनेक कार्यों को रोबोट कम समय में तथा निपुणता से करते हैं. परन्तु AI तकनीक ने मनुष्य का रोजगार छीन लिया है, जिससे कई देशों में बेरोजगारी तेजी से बढ़ी है.
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उत्पाद तथा सेवाओं की कीमत काफी अधिक होती है. अतः हर किसी के लिए इनका इस्तेमाल करना आसान नही होता.
- आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित कार्य “प्राकृतिक” नही होते जिससे मनुष्य की रचनात्मकता के मुक़ाबले इनके कार्य में अंतर किया जा सकता है.
- समय के आधार पर मनुष्य का किसी कार्य में अनुभव बढ़ता है. परन्तु दूसरी ओर रोबोट की कार्य प्रणाली में बिना बदलाव किए मशीन को अनुभव के साथ सुधार की गुंजाइश नही होती.
- चूँकि यह मशीन होती है. अतः किसी मनुष्य की भावनाओं के आधार पर दूसरे मनुष्य को वह भावनाएं तथा क्वालिटी नही साझा नहीं कर सकती जो आमतौर पर एक इंसान दूसरे इंसान से अपेक्षा करता है.
- “दुरुपयोग” जी हाँ इस स्तर की तकनीक यदि किसी गलत व्यक्ति के हाथों में चली जाए तो मशीन भी मनुष्य प्रजाति के लिए भयंकर नुकसान उत्त्पन्न कर सकती हैं.
अतः आज एक तरफ जहाँ AI तकनीक तेजी से विकसित होती जा रही है. जिससे यह हमारी निजी जिंदगी को आसान बना रही है वहीं हमारा कर्तव्य है की इस तकनीक का सही दिशा में इस्तेमाल करे. जिससे हमारा भविष्य तथा जिंदगी सुरक्षित रह सके.
आपने क्या सीखा?
इस लेख में हमने आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना कि AI क्या होती हैं? यह कैसे हमारे लिए उपयोगी है? और इसके क्या संभावित नुकसान हो सकते हैं? हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
#BeDigital
Thanks for share with us nice post
आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या मनुष्य पे हावी हो जाएगी?
लेख काफी उम्दा लिखा गया है।
नितेश जी, आपने सवाल हो बहुत ही गंभीर और उपयोगी किया है कि क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्यों से होशियार है और उन्हे अपना गुलाम बना सकती है?
इस सवाल का जवाब निर्भर करता है कि हम खुद मरना चाहेंगे या फिर प्राकृतिक मौत?