अक्सर हम अपने दैनिक जीवन में कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हैं. अगर कम्प्यूटर में कोई खराबी आ जाए तो उसे ठीक करने में हमारे हाथ पैर फूल जाते हैं और हम फटाफट से सिस्टम को ठीक करवाने के लिए किसी कम्प्यूटर मिस्त्री से संपर्क करते है. और उसे सही करवाते हैं. इस कम्प्यूटर मिस्त्री को ही हार्डवेयर इंजीनियर कहा जा सकता है.
अगर, आपको भी शौक है कम्प्यूटर के बाहरी पार्ट्स के साथ खेलने का उनके बारे में जानने का जैसे कैसे खराब कम्प्यूटर ठीक किया जाता है? कम्प्यूटर एसेंबल कैसे किया जाता है? और आप अपने इसी जुनून में रुचि रखते हुए भविष्य में हार्डवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं.
तो इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं एक हार्डवेयर इंजीनियर कौन होता है ? हार्डवेयर इंजीनियरकैसे बने? इसके लिए किन-किन योग्यताओं की आवश्यकता होती है.
Hardware Engineer कौन होता है?
एक कम्प्यूटर मशीन कई सारे उपकरणों से मिलकर बनी होती है और हार्डवेयर इंजीनियर वे होते हैं जिनका काम कम्प्यूटर के उन उपकरणों को डिजाइन, डवलप, टेस्त और अनुसंधान करना होता है. इन कम्प्यूटर उपकरणों में कम्प्यूटर के सभी बाहरी भाग एवं आंतरिक उपकरण जैसे Circuit Boards, Microprocessors, Modems से लेकर Disc Drives इत्यादि होते है.
एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पास जहां कम्प्यूटर को चलाने हेतु प्रोग्राम बनाने की जिम्मेदारी होती है वहीं एक हार्डवेयर इंजीनियर का काम कम्प्यूटर प्रोग्राम्स को बनाने के लिए आवश्यक हार्डवेयर की टेस्टिंग, डिजाइनिंग तथा तथा रख-रखाव का काम होता है.
संक्षेप में कहा जाए तो हार्डवेयर इंजीनियर उन कंपोनेंट्स को बनाने, टेस्ट करने एवं रखरखाव का कार्य करते हैं जिनसे एक कम्प्यूटर बनाया जाता है.
Hardware Engineer जॉब के बारे में
आसान शब्दों में समझें तो एक हार्डवेयर इंजीनियर का मुख्य कार्य कम्प्यूटर के उपकरणों को मॉडिफाई करने टेस्टिंग करने एवं उन्हें डिवेलप करने का होता है.
कंपनी में अपनी सेवाएं देते हुए हार्डवेयर इंजीनियर का काम कम्प्यूटर नेटवर्क में कम्प्यूटर सिस्टम्स को इंस्टॉल करने, कनेक्ट करने एवं कंफीगर करना होता है.
कई बार हार्डवेयर इंजीनियर उन सॉफ्टवेयर्स के साथ भी काम करते हैं जो किसी हार्डवेयर सिस्टम को कंट्रोल करते हैं. यह सभी कार्य वे कंफिग्रेशन को स्पेसीफाई करने तथा पावर सप्लाई की रिक्वायरमेंट्स को देखते हुए किए जाते हैं.
और कंपनी, बिजनेस की आवश्यकताओं को समझते हुए वे कम्प्यूटर सिस्टम को बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए तैयार करते हैं.
एक हार्डवेयर इंजीनियर कैसे बने?
अगर आप हार्डॅवेयर इंजीनियरिंग में अपना भविष्य देखते हैं, तो नीचे हमने आपको कुछ स्टेप्स बताए हैं जो इस दिशा में आपको अपना करियर बनाने में मदद करेंगे.
Step 1
जो छात्र हार्डवेयर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं उन्हे 12वीं क्लास में साइंस सब्जेक्ट (PCM) के साथ पढ़ाई करनी है. इसलिए, इसकी शुरुआत 10वीं.क्लास पास करने के बाद ही कर देनी चाहिए.
12वीं कक्षा पास करने के बाद हार्डवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए BTech, B.E. की डिग्री के लिए मान्यता प्राप्त कॉलेज में दाखिला लेना होगा.
भारत के कई कॉलेजेस में एडमिशन हेतु एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है साथ ही कई कॉलेज में 12वीं क्लास की मार्क्स शीट की आवश्यकता होती है.
Step 2
कॉलेज में एडमिशन ले कर पढ़ाई करने के बाद जब आपकी डिग्री प्राप्त हो जाती है तो किसी कंपनी में जॉब हेतु इंटरव्यू देना होता है और मार्क्स के आधार पर आप का चयन कर लिया जाता है.
Step 3
अगर आप किसी बड़ी कंपनी में या किसी कंसलटेंसी फर्म में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपनी सेवाएं देना चाहते हैं तो वहां हार्डवेयर इंजीनियर हेतु मास्टर्स डिग्री आवश्यक होती है. एक ग्रेजुएशन कोर्स की तरह ही मास्टर्स की डिग्री कराई जाती है
तो इन स्टेप्स के जरिए आप एक हार्डवेयर इंजीनियर बन सकते हैं. कम्प्यूटर के प्रति जुनूनी लोगों के लिए यह एक बेहतरीन कोर्स है.
Hardware Engineering में करियर
विभिन्न क्षेत्रों में लगातार बढ़ती उपयोगिता की वजह से इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं काफी हैं.
इस कोर्स को करने के बाद किसी Hardware Manufacturing Firms, Industrial Plants में या किसी Research Laboratories जैसे Designing and Developing Prototypes में काम करने का अवसर होता है.
जहां पर अच्छा सैलेरी पैकेज हार्डवेयर इंजीनियर को दिया जाता है
इसके साथ ही एक स्किल्ड हार्डवेयर इंजीनियर सेल्फ एंप्लॉयड बनकर भी अपनी सेवाएं दे सकता है. वह खुद की दुकान खोल कर भी लोगों के कम्प्यूटर सिस्टम में आने वाली दिक्कतों को ठीक कर अपनी सेवाएं देकर कमाई कर सकता है.
Hardware Engineer की सैलेरी
हार्डवेयर इंजीनियरिंग कोर्स करने के पश्चात एक Well Trained Hardware Engineer महीने का 20,000 से 50,000 कमा सकता है और जैसे-जैसे इस क्षेत्र में उनका कार्य-अनुभव बढ़ता है सैलरी पैकेज में भी इजाफा होता जाता है.
एक Hardware Engineer की सैलरी उसके कौशल & अनुभव के साथ-साथ वह जिस कंपनी में कार्यरत है उस कंपनी के प्रोफाइल पर भी निर्भर करता है.
अतः मार्केट में चल रही सैलरी और कैंडिडेट के एकेडमिक रिकॉर्ड तथा नॉलेज के आधार पर एक हार्डवेयर इंजीनियर की सही सैलरी का अनुमान लगाया जा सकता है.
हार्डवेयर इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं
अपने कार्य में माहिर एक हार्डवेयर इंजीनियर के पास कुछ मुख्य गुण होते हैं, आप भी अगर इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो यह स्किल्स आपके अंदर होनी चाहिए.
- एक हार्डवेयर इंजीनियर का काम कम्प्यूटर कंपोनेंट्स को डिजाइन तथा एवेलुएट करना होता है. उनके पास Creative and Analytical Thinking होनी चाहिए जिससे वे किसी भी समस्या को सुलझाने का रचनात्मक तरीका सोच सकें.
- कहा जाता है एक हार्डवेयर इंजीनियर की राइटिंग & टाइपिंग अच्छी होनी चाहिए. क्योंकि कंपोनेंट्स की टेस्टिंग करने के पश्चात उनकी रिपोर्ट्स तैयार कर उसे आगे भेजा जाता है.
- एक हार्डवेयर इंजीनियर के पास Troubleshooting Skills, Operations Analysis, Technology Designing जैसी स्किल्स के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक सर्किट के बारे में भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए.
- हार्डवेयर इंजीनियर का टेक्नोलॉजी में रूचि होनी चाहिए. और तकनीक में क्या कुछ नया चल रहा है उन सभी चीजों से उसे अवगत होना चाहिए. क्योंकि समय के साथ टूल्स, टेक्नोलॉजी, सिस्टम्स में बदलाव होता रहता है. इन सब से अपडेटेड रहना हमेशा ही उसके लिए लाभदाई होता है.
- साथ ही उसके पास टीम वर्क करने की क्षमता होनी चाहिए क्योंकि इन पेशेवरों को अक्सर टीम के साथ काम करना पड़ता है.
- IT Hardware Engineer के पास लीडरशिप क्वालिटीज भी होनी चाहिए. जिससे वह अपने साथियों को किसी कठिन प्रोजेक्ट को करते समय मोटिवेटेड रख सकें.
हार्डवेयर इंजीनियरिंग के लिए कुछ प्रसिद्ध कॉलेजेस के नाम
देश में कई ऐसे कॉलेज हैं, जहां से आप हार्डवेयर इंजीनियरिंग कर सकते हैं और उन्हीं कॉलेज में से कुछ प्रसिद्ध कॉलेजेस के नाम नीचे दिए गए है.
- IIT Delhi (New Delhi)
- IIT Kanpur (Kanpur)
- IIT Bombay (Mumbai)
- IIT Kharagpur (Kharagpur)
- IITM
- Chandigarh University
- Manipal Academy of Higher Education
- Sikkim Manipal Institute of Technology
- Birla Institute of Technology and Science
- College of Engineering, Anna University
- National Institute of Technology
- Vellore Institute of Technology
- Jamia Millia Islamia University
- Indian Institute of Space Science and Technology
- Indian Institute of Hardware Technology, Bangalore
- Aptech Training Institute
- Jetking
- Avera Academy, Mumbai
- Institute of Computer Technology and Engineering, Lucknow
- Cognex Technology Pvt Ltd, Chennai
Computer Hardware Courses
अगर आप कम्प्यूटर पार्ट्स के बारे में जानना चाहते हैं, सीखना चाहते हैं किस तरीके से इन भागों से मिलकर एक कम्प्यूटर काम करता है. नेटवर्क में जुड़े कम्प्यूटर कैसे काम करते हैं? तो आप कम्प्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग सीख कर सकते हैं. इस कोर्स में आपको कम्प्यूटर हार्डवेयर तथा नेटवर्किंग संबंधी जानकारी दी जाती है.
Computer Hardware कोर्स के प्रकार
कम्प्यूटर हार्डवेयर कोर्स के तहत अलग-अलग डिग्री, डिप्लोमा कोर्सेज मार्केट में उपलब्ध है. तो आगे चलकर आप कम्प्यूटर हार्डवेयर के लिए कोई डिग्री या डिप्लोमा पाना चाहते हैं तो आपको इसके कोर्स की जानकारी जरूर होनी चाहिए.
इन कोर्स को करने के बाद आप कम्प्यूटर हार्डवेयर तथा नेटवर्किंग में आई किसी खराबी को फिक्स कर सकते हैं.
Computer Hardware Courses Details
S. No. | Programs | Program Type | Time |
1. | Certificate in Hardware and Networking | Certificate | 80 Hours |
2. | Certificate in Computer Hardware Maintenance and Networking | Certificate | 6 Months |
3. | Certificate in Hardware Technology | Certificate | 6 Months |
4. | Certificate in Hardware and Networking Engineering | Certificate | 1 Year |
5. | Advance Certificate of Hardware and Networking Professionals | Certificate | 1 Year |
6. | Diploma in Computer Hardware and Networking | Diploma | 1 Year |
7. | Advance Diploma in Hardware Management | Diploma | 1 Year |
8. | PG Diploma in Computer Hardware | Diploma | 1 Year |
9. | B. Sc. In Networking, Hardware and Electronic Appliances | Degree | 3 Years |
10. | B. Sc. In Hardware and Networking | Degree | 3 Years |
अब हम जान लेते हैं कम्प्यूटर हार्डवेयर कोर्स को करने के लिए किन-किन योग्यताओं का होना चाहिए.
12वीं कक्षा पास सभी छात्र कम्प्यूटर हार्डवेयर के सभी सर्टिफिकेट, डिप्लोमा तथा अंडरग्रैजुएट डिग्री कोर्सेज को कर सकते हैं.
इन सभी कोर्सेज को करने के लिए शिक्षण संस्थानों में आप एडमिशन ले सकते हैं. हालांकि, कुछ इंस्टिट्यूट में छात्रों के नॉलेज को टेस्ट करने के लिए एक बेसिक टेस्ट लिया जा सकता है.
वहीं इस लिस्ट में शामिल B.Sc. Course में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ सकता है. या फिर कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा आपके 12th के मार्क्स के आधार पर आपको एडमिशन दिया जा सकता है.
PG Diploma तथा Postgraduate Degree के लिए आवश्यक योग्यता
वे छात्र जिन्होंने Undergraduate Diploma Programmes in Hardware and Networking या फिर इससे जुड़ा कोई कोर्स किया हुआ है तो आगे चल कर Hhardware Courses में Postgraduate या Advanced Diploma हाँसिल कर सकते हैं.
एमएससी कोर्स में एडमिशन हेतु छात्रों के ग्रेजुएशन में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए और साथ ही कॉलेज में दाखिले के लिए पहले एंट्रेंस एग्जाम, इंटरव्यू देना पड़ता है.
आपने क्या सीखा?
इस लेख में हमने आपको हार्डवेयर इंजीनियर के बारे में पूरी जानकारी दी है. आपने जाना कि एक हार्डवेयर इंजीनियर क्या होता है, हार्डवेयर इंजीनियर कैसे बनते हैं, इसके लिए कौनसी पढ़ाई करनी पड़ती है?
साथ ही आपने जाना कि एक हार्डवेयर इंजीनियर क्या-क्या काम करता है, कितनी सैलेरी मिलती है और हार्डवेयर इंजीनियरिंग में करियर संभावनाएं कितनी है?
हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा और आपको पसंद आएगा.
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