आपने एक माउस क्लिक किया और पैसा ट्रांसफर हो गया. बिजली का बिल जमा करा दिया, मोबाईल रिचार्ज कर लिया. और भी दर्जनों काम आप घर बैठे-बैठे पूरे कर सकते हैं.
ये सब संभव हुआ हैं नेट बैंकिग सुविधा से.
नेट बैंकिग इंटरनेट के माध्यम से की जाने वाली बैंकिग को कहा जाता हैं. इस Tutorial में हम आपको नेट बैंकिग की पूरी जानकारी दे रहे हैं.
Table of Content
- नेट बैंकिग क्या हैं –What is Net Banking in Hindi?
- नेट बैंकिग के फायदें –Benefits of Net Banking in Hindi?
- नेट बैंकिग के नुकसान –Cons of Net Banking in Hindi?
- नेट बैंकिग इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- नेट बैंकिग कैसे एक्टिवेट करें–How to Activate Net Banking in Hindi?
- नेट बैंकिग सुविधा देने वाले टॉप भारतीय बैंक –Top Indian Bank in Hindi?
- आपने क्या सीखा?
नेट बैंकिग क्या हैं?
नेट बैंकिग एक ऐसी सेवा हैं जिसके द्वारा बैंक तथा अन्य वित्तिय संस्थाएं अपने खाताधारकों को इंटरनेट पर बैंकिग सुविधाएँ मुहैया कराते हैं. इसे ऑनलाईन बैंकिग, ई-बैंकिग, इंटरनेट बैंकिग तथा वर्चुएल बैंकिग (Virtual Banking) के नाम से भी जाना जाता हैं.
नेट बैंकिग की सुविधा अधिकतर बैंक वेबसाईट के जरीए प्रदान करते हैं. खाताधारक बिना बैंक जाए इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन कर सकता हैं. क्योंकि बैंक आपसे सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर ही होता हैं. इसलिए इसे Anywhere Banking भी कहते हैं.
अब ग्राहकों को बैंकिग कार्य करने के लिए बैंक में जाने की कोई आवश्यकता नहीं हैं. वे घर बैठे-बैठे ही या अपनी दुकान से भी बैंकिग कर सकता हैं. अब बैंक आपके पास ही मौजूद रहता हैं. हर समय 24 घंटे हाजिर. कोई छुट्टी नहीं.
नेट बैंकिग से हमे कौनसी सुविधाएं मिलती हैंमतलब नेट बैंकिग के क्या फायदें हैं?
नेट बैंकिग के द्वारा आप वे सभी कार्य कर सकते हैं. जिन्हे आप बैंक शाखा जाकर पूरा करते. इंटरनेट बैंकिग के द्वारा प्राप्त होने वाली सुविधाओं को हम निम्न वर्गोंमें बांट सकते हैं.
- सामान्य बैंकिग कार्य
- वित्तिय बैंकिग कार्य
- बैंकिग सेवा संबंधित बैंकिग कार्य
1. सामान्य बैंकिग कार्य
- आप अकाउंट बैंलेस, अकाउंट स्टेटमेंट्स घर बैंठे-बैंठे जान सकते हैं. इसके लिए आपको बैंक जाने की कोई जरूरत नहीं हैं.
- आपने खाते का विवरण, आपके द्वारा किए गए सभी ट्रांजेक्शन (Activity) भी देख सकते हैं. ये सारी जानकारी Real-Time में उपलब्ध रहती हैं.
- सावधी जमा (Fixed Deposits), आवर्ती जमा (Recurring Deposits) की सारी जानकारी साथ में कमाया गया ब्याज और इस ब्याज पर काटे गए TDS की भी जानकारी कर सकते हैं.
- यदि आपने कोई चैक जारी किए हैं तो उनका स्टेटस भी देख सकते हैं.
- आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा, कहाँ-कहाँ निवेश हुआ हैं, कितना-कितना किया हैं, वर्तमान पोर्टफोलियों आदि की पूरी तथा ताजा जानकारी कभी भी ले सकते हैं.
- आपके खाते का तिमाही बैंलेस, शुल्क आदि भी आप बिना बैंक जाए पता कर सकते हैं.
2. वित्तिय बैंकिग कार्य
- आप अपने खाते से अन्य खातों में मनी ट्रांसफर कर सकते हैं. और ये काम आप बाहरी बैंको के साथ भी कर सकते हैं.
- IMPS के द्वारा आप हर समय (24x7x365) किसी भी भारतीय बैंक में पैसा भेज सकते हैं.
- यदि आप किसी खास समय पर एक तय राशि कहीं भेजना चाहते हैं. तो यह कार्य आप Scheduling के जरीए कर सकते हैं.
- FDs, RDs आदि की ऑनलाईन बुकिंग करवा सकते हैं.
- अपने Utility Bills (बिजली, पानी, टेलीफोन, गैस आदि)का भुगतान भी ऑनलाईन कर सकते हैं.
- ऑनलाईन खरीदारी (शॉपिंग) टिकट बुकिंग, रिचार्ज आदि कार्य भी आप इंटरनेट बैंकिग के माध्यम से आसानी से कर सकते हैं.
- SIP, Mutual Funds आदि में निवेश भी कर सकते हैं और बंद भी कर सकते हैं.
3. बैंकिग सेवाओं का आदेश
- आप बिना बैंक जाए Account Statement, Cheque Books, ATM Cards का ऑर्डर अपने मोबाईल फोन के जरीए ही दे सकते हैं. और ऐसा करने पर ये बैंकिग उत्पाद आपके निवास पर डाक द्वारा भेज दी जाती हैं.
- पैन कार्ड (PAN Card) की जानकारी दुरुस्त कर सकते हैं.
- नॉमिनी जोड सकते हैं.यदि पहले से आपने नॉमिनी बनाया हुआ है तो उसकी जानकारी अपडेट कर सकते हैं. या आप चाहे तो उसे हटा भी सकते हैं.
- जमा पर्ची डाउनलोड कर सकते हैं.
- एटीएम कार्ड का PIN Generate कर सकते हैं, बदल सकते हैं.
- डेबिट कार्ड की भुगतान सीमा तय कर सकते है और साथ में Daily Withdrawal Limit भी तय कर सकते हैं.
- अपने कार्ड को तुंरट ब्लॉक कर सकते हैं.
- वर्चुअल कार्ड बना सकते हैं.
नेट बैंकिग सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं. आप विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित बैंक की शाखा या वेबसाईट से इंटरनेट बैंकिग के बारे में किसी भी बैंक विशेष द्वारा उपलब्ध नेट बैंकिग सेवाओं के बारे में जानकारी ले सकते हैं.
नेट बैंकिग के नुकसान/सीमाएं
- इंटनेट बैंकिग इंटरनेट पर आधारित सेवा हैं. इसलिए इसका उपयोग करने वाला व्यक्ति डिजिटल साक्षर होना चाहिए. अन्यथा वह ऑनलाईन बैंकिग सुविधा का लाभ नही ले सकता हैं.
- इसमे धोखाधडी होने का खतरा भी बना रहता हैं.
- खाधारकों को बैंक में जमा पैसे की चिंता सताती रहती हैं.
- Phishing, Pharming, Key Logger आदि का खतरा हर वक्त बना रहता हैं.
- Malware, Social Engineering के द्वारा भी ग्राहक के चपत लगाई जा सकती हैं.
नेट बैंकिग का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां
नेट बैंकिग का इस्तेमाल करते समय सावधान रहें और कुछ मामूली मगर उपयोगी बातों का हमेशा ध्यान रखें.
- अपने खाते में लॉग इन (Log in) करने से पहले वेबसाईट का पता (URL) की जाँच कर लें.
- URL से पहले https जरूर होना चाहिए. साथ में Green Padlock भी होना चाहिए. और इसे ताले पर क्लिक करके साईट के बारे में अधिक जानकारी लेना भी ना भूलें.
- अपने पासवर्ड एवं यूजरनेम कभी भी किसी के साथ शेयर ना करें और ना कहीं लिखकर रखें.
- आप पासवर्ड, यूजरनेम तथा अन्य गोपनीय जानकारी मांगने वाले Emails, SMS का जवाब कभी ना दें. चाहे जानकारी मांगने वाला बैंक अधिकारी होने का दावा करें.
- ना ही फोन कॉल पर अपनी जानकारी बताएं.
- बैंक द्वारा उपलब्ध Virtual Keyboard का उपयोग करें.
- समय-समय पर पासवर्ड तथा यूजरनेम बदलते रहें.
- Cyber Café, Public Wi-Fi अदि जगहों पर लॉग इन करने से बचे.
- अपने कम्प्युटर या जिस डिवाईस पर आप इंटरनेट चलाते है. उसमें एक Anti-Virus Install होना चाहिए. और समय-समय पर इसे अपडेट भी करते रहें.
- अपना कार्य पूरा होने के बाद लॉग आउट करना अपनी आदत में शामिल करें.
- नेट बैंकिग का उपयोग Private Window में करने की कोशिश करें.
- बैक द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को पढते रहे और तय सुरक्षा मापदण्डो के अनुसार ही इंटरनेट बैंकिग का उपयोग करें.
- कोई भी परेशानी या थोडा-सा भी शक होने पर तुंरत बैंक से संपर्क करना समझदारी हैं.
नेट बैंकिग कैसे चालु करें?
नेट बैंकिग सुविधा का लाभ लेने केलिए पहले इसे Activate करवाना पडता हैं. और लगभग हर बैंक नीचे बताई गई प्रक्रिया का ही इस्तेमाल करके नेट बैंकिग चालु करते हैं.
- सबसे पहले संबंधित बैंक (जिस बैंक में आपका खाता हैं) की शाखा में जाकर नेट बैंकिग के लिए आवेदन करें.
- आवेदन करने के तुंरत बाद बैंक द्वारा आपको Internet Banking Kit दी जाएगी. जिसमें यूजरनेम और पासवर्ड होगा. साथ ही नेट बैंकिग से संबंधित अन्य दिशा-निर्देश भी छपे रहते हैं.
- अब लगभग 24 घंटे बद बैंक की वेबसाईट पर जाकर उपलब्ध यूजरनेम तथा पासवर्ड के साथ लॉग इन करें. और स्क्रीन पर दिए गए सभी निर्देशों का पालन करते जाएं.
- सफलतापूर्वक लॉग इन करने के बाद आप नेट बैंकिग का इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
भारत में नेट बैंकिग सुविधा उपलब्ध कराने वाले टॉप बैंक
- State Bank of India
- Axis Bank
- HDFC Bank
- ICICI Bank
- Kotak Mahindra Bank
- Citi Bank
- Yes Bank
- Dena Bank
- HSBC Bank
- Punjab National Bank
- Bank of Baroda
- IndusInd Bank
- Union Bank of India
- Bank of India
- Central Bank of India
- Oriental Bank of Commerce
- Canara Bank
आपने क्या सीखा?
इस Tutorial में हमने आपको नेट बैंकिग के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना कि नेट बैंकिग क्या होती हैं? इसके फायदे, नुकसानतथा इसे कैसे चालु करते है? आदि के बारे में भी विस्तार से जाना है. हमे उम्मीद हैं कि यह Tutorial आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करके उन्हे भी नेट बैंकिग से अवगत कराए. ताकि वे भी आपकी तरह अपने मोबाईल फोन से बैंकिग कार्य कर सके.
#BeDigital
Nice information . Thank you sir