नेटवर्क क्या होता हैं – इंसान अपनी बात एक-दूसरे से शेयर करने के लिए आवाज का सहारा लेते हैं. आवाज एक माध्यम होती है. ठीक इसी प्रकार कम्प्युटर भी दूसरे कम्प्युटर से अपनी बात साझा करने के लिए एक माध्यम का इस्तेमाल करते हैं. जिसे नेटवर्क कहा जाता हैं क्या आप जानते है नेटवर्क क्या होता है?नही तो! तो कोई बात नही हैंइस लेख में हम आपको कम्प्युटर नेटवर्क की पूरी जानकारी दे रहे हैं. जिसे पढकर आप नेटवर्क के बारे में सीख जाऐंग़े. अध्ययन की सुविधा के लिए हमने इस लेख को निम्न भागों में बांटा हैं.
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नेटवर्क क्या हैं – What is Network in Hindi?
जब एक से अधिक कम्प्युटर आपस में किसी माध्यम (तार, बेतार) के जरिये एक-दूसरे से जुड जाते हैं तो इसे नेटवर्क कहते हैं. इस दौरान ये आपस में एक-दूसरे से संचार, डाटा आदान-प्रदान, संसाधन शेयर इत्यादि कार्य करते हैं कम्प्युटर नेटवर्क में एक साथ दर्जनों, सैंकडों, हजारों कम्प्युटर आपस में कनेक्टेड रहते हैं. जब किसी नेटवर्क से किसी डिवाईस को कनेक्ट किया जाता है तो इसे नेटवर्किंग करना कहते हैं. नेटवर्क से जुडे हुए प्रत्येक डिवाईस (कम्प्युटर) को Node (नोड) कहते हैं. और जो कम्प्युटर नेटवर्क के लिए संसाधन (Resources) मुहैया कराता हैं उसे सर्वर (Server) कहते हैं
नोड्स यानि आपके कम्प्युटर को नेटवर्क से जुडने के लिए एक माध्यम की जरूरत पडती हैं. और इन माध्यमों में केबल, ऑप्टिक फाईबर केबल, वाई-फाई, ब्लुटूथ, सैटेलाईट, इंफ्रारैड आदि शामिल होते हैं. तथा नेटवर्क डिवाईसों का भी इस्तेमाल किया जाता है नेटवर्क का सबसे बढिया और समझने लायक उदाहरण इंटरनेट हैं. यह दुनिया का सबसे व्यस्तम और वृह्द कम्प्युटर नेटवर्क हैं. जिसके माध्यम से आप इस लेख को पढ पा रहे है एक कप्युटर नेटवर्क कम्प्युटर, सर्वर, मेनफ्रेम कम्प्युटर, स्मार्टफोन, टेलिफोन, प्रिंटर्स, अन्य नेटवर्क डिवाईस (Hub, Modem, Switches, Bridges) आदि का समूह होता हैं. नेटवर्किंग के दौरान संसाधनों का आदान-प्रदान होता हैं. जिसे Resource Sharing कहा जाता हैं.
दुनिया का पहला कम्प्युटर नेटवर्क का नाम और कब बना?
दुनिया का सबसे पहला कम्प्युटरने नेटवर्क का नाम ARPANET था. जिसे 1960 के बीच में विकसित किया गया था. अर्पानेट पर पहला मैसेज 29 अक्टुबर, 1969 को भेजा गया. ARPANET को इंटरनेट का पूर्वज माना गया हैं.
नेटवर्किंग़ में काम आने वाली प्रमुख डिवाईस
- Computers, Servers, Mainframes
- Smartphones, Tablet, PDAs
- Cameras, Printers, FAXs
- Firewalls
- Bridges
- Repeaters
- Modem
- Switches
- Hubs
- Routers
- Network Interface Cards
- Consoles,
- Other Clients
कम्प्युटर नेटवर्क के विभिन्न प्रकार (Types of Computer Network)
एक नेटवर्क में बहुत सारे तत्व शामिल होते हैं. और प्रत्येक नेटवर्क की बनावट, क्षमता, कार्यशैली, भिन्न होती हैं. इसलिए नेटवर्क को कई प्रकार में बांटा गया हैं.
- PAN
- HAN
- CAN
- LAN
- MAN
- WAN
1. Personal Area Network (PAN क्या हैं)
PAN एक निजी नेटवर्क का प्रकार हैं. जब आप अपने दोस्त के स्मार्टफोन से कोई फोटों ले रहे होते हैं. तब आप PAN Network का ही इस्तेमाल करते हैं. यह अक्सर ब्लुटूथ डिवाईस में ज्यादा इस्तेमाल होता हैं. इसके अलावा Infrared भी इसी में शामिल होती हैंइस नेटवर्क के दौरान एक व्यक्ति अपने घर या ऑफिस में अपने स्मार्टफोन, कम्प्युटर, ,हैडफोन आदि को किसी एक डिवाईस (Gateway) से नियंत्रित करता हैं. और इनके बीच आपस में संसाधन साझा किए जा सकते हैं.
2. Home Area Network (HAN क्या हैं)
- Home Area Network भी एक प्रकार का निजी नेटवर्क होता हैं. मगर इसका दायरा व्यक्ति से निकलकर परिवार तक बढ जाता हैं. इस नेटवर्क की मदद से एक घर में उपलब्ध अन्य डिवाईसों जैसे Printers, Tablet, Speakers, Laptops आदि को आपस में कनेक्ट किया जाता हैं
- जब ये कनेक्शन यानि नेटवर्क स्थापित हो जाता हैं. तब आप आपके बगल वाले कमरे में रखे प्रिंट्रस से Print Out निकाल सकते हैं अपने मन पसंद गाना चलाने के लिए स्मार्टफोन से स्पीकर को कनेक्ट कर सकते हैं. फाईल, अन्य डाटा शेयर कर सकते हैं
- यह नेटवर्क केबल और बिना केबल यानि वायरलेस हो सकता हैं. मगर इस प्रकार के नेटवर्क में वाई-फाई तकनीक का इस्तेमाल बेहतर रहता हैं
3. Campus Area Network (CAN क्या हैं)
यन नेटवर्क शैक्षिक तथा सैन्य संस्थाओं में अधिक इसेमाल होता हैं. इसका दायरा संस्ता विशेष तक ही सीमित होता हैं. इसलिए इसे कैम्पस नेटवर्क कहते हैं. यह कुछ हद तक लोकल एरिया का ही भाग होता हैं
4. Local Area Network (LAN क्या हैं)
- जब एक सीमित स्थान जैसे इमारत, स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, संस्थान, फैक्ट्री आदि में कम्प्युटरों को आपस में एक दूसरे से जोडा जाता हैं. तो इस नेटवर्क को लोकल एरिया नेटवर्क कहते हैं
- लैन नेटवर्क में इथरनेट और वाई-फाई तकनीक का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता हैं. मगर इसमे केबल पर कम ध्यान दिया जाता हैं
- यहा कामकाजी जगह पर ज्यादा बनाए जाते हैं. इसमे एक मुख्य कम्प्युटर यानि सर्वर होता हैं. जहाँ पर संस्था से संबंधित डाटा रखा रहता हैं. और इसे अन्य कम्प्युटरों से जोड दिया जाता हैं. अगर किसी कर्मचारी को फाईल चाहिए होती है तो वो उसे अपनी डेस्क से ही एक्सेस कर पाता हैं
- लोकल एरिया नेटवर्क अधिकतर निजी नेटवर्क होते हैं. इनकी स्पीड तेज होती हैं और ये ज्यादा सुरक्षित भी होते हैं. इन्हे बनाने की लागत भी कम होती हैं
5. Metropolitan Area Network (MAN क्या हैं)
- यह नेटवर्क एक से ज्यादा PAN, LAN आदि नेटवर्कों से मिलकर बना होता हैं. इसका दायरा सैकडों किलोमीटर होता हैं. और यह एक बडे शहर को आपस में जोड सकता हैं
- MAN से एक शहर में मौजूद सभी छोटे-बडे नेटवर्कों को आपस में कनेक्ट करता हैं. और इसमें स्कूल, कॉलेज, कैम्पस, लैन नेटवर्क, सरकारी संस्थान आपस में एक जुडे रहते हैं
6. Wide Area Network (WAN क्या हैं)
- इंटरनेट Wide Area Network है. यह दुनिया का सबसे बडा नेटवर्क होता हैं. और इसका दायरा सबसे बडा होता हैं. इस नेटवर्क को LAN of LANs कहा जाता हैं
- WAN से बहुत सारे LAN, WAN जुडे रहते हैं. और ये आपस में डाटा शेयर करते रहते हैं. इसके जरिये आप दुनिया भर के किसी भी कम्प्युटर से सैकंडों मे जुड सकते हैं. और लाईव प्रसारण का आनंद ले सकते हैं
- इस नेटवर्क में बहुत सारी तकनीक, प्रोटोकॉल (TCP/IP, ATM, MPLS) का इस्तेमाल होता हैं. और अन्य छोटे नेटवर्कों को जोडने के लिए मध्यस्थो ISPs की भी जरुरत पडती हैं. इसलिए यह नेटवर्क अन्य सभी नेटवर्कों की तुलना में बहुत मँहगा होता हैं
नेटवर्क का इतिहास (History of Network)
- 1960 के दशक के दौरान पॉल बैरन एवं डोनाल्ड डेविस नें दो कम्प्युटरों के बीच जानकारी साझा करने के उद्देश्य से पैकेट स्विचिंग (Packet Switching) की ओर कार्य प्रारंभ किया. तथा 1965 में इलेक्ट्रॉनिक टेलीफोन स्विच लॉच किया गया. जिसका उपयोग कम्प्युटर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता था.
- 1969 में ARPANET (Advance Research Project Agency Network) के पहले चार नोड्स मुख्य विश्वविद्यालयों के बीच 50kbit/s सर्किट के उपयोग से जुडे चुक थे. इस तरह अर्पानेट के बढते शोध तथा विकास ने सबसे मजबूत नेटवर्क अर्थात इंटरनेट का निर्माण किया.
- 1976 में ARCNET (टोकन-पार्सिंग) नेटवर्क बनाया गया. जिसे उपकरणों को शेयर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. ईथरनेट के विषय में 1973 में शोध किया गया तथा जुलाई 1976 में रोबोट मेटाकाफ तथा डेविड बोग्स ने अपने पेपर ईथरनेट (Distributed Packet Switching for Local Computer Network) को प्रकाशित कर इस नेटवर्क के सिद्धांत के बारे में बताया.
- इंटरनेट के बढते विकास के कारण सन 1995 में ईथरनेट की ट्रांसमिशन गति 10Mbit/s से बढकर 100Mbit/s हो गई थी. तथा 1098 में यह बढकर एक गीगाबाईट हो चुकी थी. वर्तमान समय में ईथरनेट को LAN के नाम से भी जाना जाता हैं
आपने क्या सीखा
इस लेख में हमने आपको कम्प्युटर नेटवर्क के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जान कि नेटवर्क क्या हैं? नेटवर्क के विभिन्न प्रकार आदि. हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
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Thank u
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