आप स्मार्टफोन से अपने फेसबुक स्टेटस बदलते है, रोजाना नई-नई सेल्फी शेयर करते हैं. गूगल ड्राइव पर अपने महत्वपूर्ण देस्तावेजों को सुरक्षित अपलोड करते हैं. पिकनिक, भ्रमण, पार्टी में खिंचवाएं फोटूओं को गूगल फोटोज पर सेव करते है. जीमेल के द्वारा ईमेल्स भेजते है.
क्या आपने कभी सोचा है ये सारा डेटा कहाँ स्टोर होता है?
अरे! इस बारे में तो हमने कभी सोचा ही नहीं.
कोई बात नहीं. आपके द्वारा इतनी सारी गतिविधियाँ करने पर जो डेटा निर्मित होता है वह सारा डेटा संबंधित सर्विस प्रोवाइडर के क्लाउड डेटा सेंटर्स पर स्टोर होता रहता है. जिसे क्लाउड कम्प्युटिंग द्वारा मैनेज और रिट्राईव करना संभव हो पाता है.
जब आप सोच रहे होंग़े कि ये क्लाउड कम्प्युटिंग क्या होती है? तो यह लेख इस सवाल का ही जवाब है. क्योंकि इस लेख में हम क्लाउड कम्प्युटिंग की पूरी जानकारी दे रहे है.
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क्लाउड कम्प्युटिंग क्या है?
इंटरनेट के द्वारा आईटी सेवाओं तथा संसाधनों की डिलिवरी करना ही क्लाउंड कम्प्युटिंग कहलाता है. इस सेवाओं तथा संसाधनों में टूल्स, डेटाबेस, नेटवर्क, स्टोरेज, बैकअप्स, सॉफ्टवेयर आदि शामिल होते है. ये सेवाएं On Demand तथा Pay as you Go के मॉडल पर प्रदान की जाती हैं.
इसे और आसान शब्दों में समझने के लिए एक उदाहरण देखिए.
आप किसी बस में सफर कर रहे है. आपके साथ और भी यात्री सफर कर रहे है. मगर, आपको केवल आपके गंतव्य तक का किराया चुकाना है. चाहे आपके गंतव्य पर और भी यात्री उतरे हों. यदि आपने उस बस में 5 किलोमीटर का सफर किया तो आप केवल 5 किलोमीटर दूरी के हिसाब से एक सवारी का किराया (आधारभूत सेवा) ही देंगे. लेकिन, यात्रा के दौरान आपको प्यास लगी और आपने पानी की बोतल (अतिरिक्त सेवा) खरीदी तो यह अतिरिक्त शुल्क भी आपके द्वारा देय होगा.
क्लाउड कम्प्युटिंग भी इसी मॉडल पर निर्भर है. युजर को मांग करने पर उनके द्वारा उपभोग सेवाओं तक ही शुल्क लिया जाता है. उन्हे मासिक या वार्षिक प्लान के अनुसार भुगतान करने की जरुरत नहीं होती हैं.
गूगल फोटोज, गूगल ड्राईव, फेसबुक, ड्रॉपबॉक्स, फ्लिकर, जीमेल आदि क्लाउड कम्प्युटिंग की तकनीक पर आधारित सेवाएं हैं. जिनका डेटा यूजर के डिवाइस में सेव न होकर सेवा प्रदाता के सूदूर स्थित डेटासंटर्स में स्टोर रहता हैं.
क्लाउड कम्प्युटिंग की तकनीक के कारण आपको किसी सॉफ़्टवेयर को अपने कम्प्युटर में इंस्टॉल करने की कोई जरुरत नहीं हैं. आप केवल वेब ब्राउजर की सहायता से इसे एक्सेस कर पाते है. बस आपकी मशीन में इंटरनेट कनेक्टिविटी होनी चाहिए. इन सेवाओं माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365, गूगल डॉक्स लोकप्रिय क्लाउड सेवाओं का नाम शामिल हैं.
क्लाउड सेवाओं का नाम और प्रकार – Types of Cloud Based Services
क्लाउड सेवाओं का कोई विशेष प्रकार नहीं हैं और ना ही क्लाउड किसी एक सर्विस तक सीमित है. यह तो विभिन्न प्रकार की सेवाओं और संसाधनों का मिश्रित इंफ्रास्ट्रक्चर है जिसके माध्यम से सेवाओं की श्र्खंला उपलब्ध कराई जाती है.
- ई-मेल सेवा
- स्टोरेज (इसमें बैकअप भी शामिल है)
- एप्स और सॉफ़्टवेयर बनाना तथा परिक्षण करना
- डेटा का विश्लेषण
- संगीत और विडियों की स्ट्रीमिंग (Netflix, Amazon Prime, Gaana, Hungama आदि)
- सॉफ़्टवेयरों का सेवाओं की भांति वितरण
- फोटो गैलरी (फ्लिकर, पिंटरेस्ट आदि)
- नई सेवाएं विकसित करना
हम सभी किसी ना किसी रूप में क्लाउड कम्प्युटिंग का उपयोग कर रहे है. लेकिन, हम इन सेवाओं से अनभिज्ञ है. क्योंकि, सरकार, बड़ी-बड़ी कंपनियां, एंजेसियां यहाँ तक व्यक्तिगत भी क्लाउड आधारित सेवाओं का इस्तेमाल हो रहा है. आप ऊपर बताई गई सेवाओं में से कम से कम एक तो इस्तेमाल कर ही रहे होंगे?
क्लाउड सेवाओं की वितरण प्रणाली
उपलब्ध सभी क्लाउड सेवाएं एक प्रकार की नहीं हो सकती है. और ना ही कोई के प्रकार कि वितरण प्रणाली हर युजर की आवश्यकता पर खरी उतर सकती है. इसलिए युजर्स की जरुरत तथा संसाधनों एवं सेवाओं के हिसाब से क्लाउड सेवाओं का वितरण निम्न तीन प्रणालीयों द्वारा किया जाता है.
- Public Cloud
- Private Cloud
- Hybrid Cloud
Public Cloud
सार्वजनिक क्लाउड आपनी सेवाएं इंटरनेट के द्वारा उपलब्ध करवाते हैं. इनका संचालन थर्ड पार्टी द्वारा किया जाता है. जो हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर एवं अन्य संसाधनों का नियत्रंण करती हैं. युजर अपने अकाउंट द्वारा एक वेब ब्राउजर की मदद से उपलब्ध सेवाओं को एक्सेस करता हैं.
Private Cloud
जब क्लाउड संसाधनों का उपयोग केवल एक विशेष कंपनी या एजंसी द्वारा किया जाता है तो उसे प्राइवेट क्लाउड की संज्ञा दी गई है. यह सेवा कंपनी के निजि आवास से संचालित होती है और डेटासेंटर भी यहीं उपस्थित हो सकता है. कुछ कंपनिया पब्लिक क्लाउड सेवाएं देने वाली कंपनियों से सेवाएं लेती है.
Hybrid Cloud
इसके नाम से ही जाहिर होता है. इस प्रणाली में संसाधनों का वितरण पब्लिक और प्राइवेट के मिश्रण से सुनिश्चित किया जाता हैं. इस तरह की सेवाएं ज्यादा कारगर, सस्ती और लचीली साबित हुई है.
उपरोक्त तीन प्रणालियों के अलावा Community Cloud, Big Data Cloud तथा MultiCloud आदि नई प्रणालियों भी विकसित हो रही हैं.
क्लाउड कम्प्युटिंग का प्रकार – Types of Cloud Computing?
क्लाउड कम्प्युटिंग के विशेषज्ञ इसे Everything as a Service (EaaS or AAS) की संज्ञा भी देते है. इस “टर्म” को आसान बनाने के लिए क्लाउड कम्प्युटिंग को तीन मुख्य वर्गों में बांटा गया है. जो एक-दूसरे के लिए लेयर्स का काम करती प्रतीत होती है. मगर, असलियत में Infrastructure as a Service, Platform as a Service तथा Software as a Service तीनों एक दूसरे से स्वतंत्र होकर अपनी सेवाएं मुहैया कराती हैं.
Infrastructure as a Service: इन सेवाओं में क्लाइंट एक IT Infrastructure किराये पर लेता है. जिसका भुगतान जितना उपभोग उतना भुगतान प्रणाली पर आधारित होता है.
यह सेवा IP Address के आधार पर उपलब्ध होती है. जिसमें वर्चुअल मशीन, सर्वर्स, स्टोरेज, नेटवर्क्स, ऑपरेटिंग सिस्टम्स शामिल होते हैं.
यानि, आप एक पूरा कम्प्युटर सिस्टम ही किराये पर लेते है जिसे आप जरूरत के अनुसार कंफिगर (Configure) कर सकते है. IBM Cloud, Microsoft Azure इन सेवा के अच्छे खिलाड़ी है.
Platform as a Service: इन क्लाउड सेवाओं में सॉफ़्टवेयर तथा एप्स विकसित करने, परिक्षण करने, वितरण करने के लिए आवश्यक कम्प्युटिंग सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं. ये संसाधन भी “जितना उपभोग उतना भुगतान” की तर्ज पर ही उपलब्ध रहती हैं.
ऐसा करने से डवलपर अपना सारा ध्यान वेब एप्स तथा सॉफ्टवेयर विकसित करने में लगा पाते है. उन्हे एप्स विकसित करने के लिए आवश्यक संसाधन नेटवर्क्स, सर्वर्स, स्टोरेज, डेटाबेस आदि जुटाने के लिए मशक्कत नहीं करनी हैं.
Software as a Service: सॉफ्टवेयर तथा एप्लिकेशंस को क्लाउड के माध्यम से उपल्बध कराना सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस कहलाता है. इस सेवा के अंतर्गत प्रीमियम सॉफ्टवेयर लाइसेंस On Demand तथा जितना उपभोग उतना भुगतान मॉडल पर उपलब्ध करवाये जाते हैं.
इसके अलावा मासिक/वार्षिक सब्सक्रिप्शन के आधार पर भी सेवाएं उपलब्ध रहती है. क्लाइंट को सॉफ्टवेयर लोकल मशीन में इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं रहती है. ना ही उसे अपग़्रेड, सुरक्षा आदि का ख्याल रखना है. इस सेवा को मोबाईल फोन, टेबलेट द्वारा भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता हैं.
क्लाउड कम्प्युटिंग के फायदें – Benefits of Cloud Computing?
दो दशक से क्लाउड कम्प्युटिंग मानवता की सेवा कर रहा है. जिसे हाल के वर्षों में उभार मिला है. इसकी सेवाओं का फायदा कंपनिया तथा आम युजर दोनों को हो रहा है. कुछ Cloud Computing Advantages के बारे में नीचे बताया जा रहा हैं.
सस्ती सेवाएं (Cost Effective)
क्लाउड कम्प्युटिंग द्वारा उपलब्ध सेवाएं पारंपरिक तरीकों से ज्यादा सस्ती पड़ती है. क्योंकि ग्राहकों को हार्डवेयर, सॉफ़्टवेयर, स्टोरेज के लिए मोटा खर्चा नहीं करना पड़ता है. और ना ही उसे बिजली, कूलिंग, तकनीकि विशेषज्ञों का बिल भुगतान करना है.
ग्लोबल उपलब्धता (Global Reach)
क्लाउड कम्प्युटिंग की पहुँच दुनियाभर में होती है. आप कहीं से भी क्लाउड कम्प्युटिंग का उपयोग कर पाते हैं. और आपकों अपने साथ किसी भी प्रकार की मशीन नहीं रखनी है. आपके स्मार्टफोन से भी तमाम सेवाओं को एक्सेस किया जा सकता हैं.
श्रेष्ठ प्रदर्शन (Best Performance)
क्लाउड कम्प्युटिंग सेवाएं वर्ल्ड वाइड नेटवर्क्स, सुरक्षित डेटासेटंर्स से वितरित होती हैं. जिन्हे रेगुलर नए जमाने की तेज और सक्षम तकनीक से अपग्रेड किया जाता रहता है. इसलिए इन सेवाओं का प्रदर्शन शानदार रहता है.
तेज गती (Fast)
क्लाउड तकनीक अन्य सेवाओं की तुलना में ज्यादा तेज होती है.
उत्पादकता बढाने वाला (Productivity Increaser)
क्लाउड कम्प्युटिंग के कारण सिस्टम का रखरखाव, संसाधनों का प्रबंधन, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, स्टोरेज डिवाइस की पूर्ति, बिजली आदि काम नही करने पडते है. इसलिए क्लाइंट ज्यादा केंद्रित होकर अपना कार्य कर पाता है.
विश्वसनीय (Credible)
क्लाउड कम्प्युटिंग ज्यादा विश्वसनीय है.
ऐसा कहने तथा मानने के पीछे कारण है इसका रखरखाव बड़ी आईटी कंपनियों द्वारा किया जाना है. जो डेटा का बैकअप कई जगहों (Mirror Locations) पर बनाती हैं. और नया अपग्रेडेशन करती रहती है. इसलिए इन पर भरोसा किया जा सकता है. क्योंकि यह सब कार्य एक क्लाइंट के लिए बहुत महंग और पहुँच से बाहर साबित होता है.
हमारी लोकल मशीन क्लाउड कम्प्युटिंग की वर्चुअल मशीन से ज्यादा असुरक्षित होती है. और हम डेटा रिकवरी भी आसानी से नहीं कर पाते है. इसलिए क्लाउड मशीने ज्यादा भरोसेमंद साबित हो रही है और लोगों का विश्वास बढ़ रहा है.
सुरक्षित (Secure)
क्लाउड सेवा प्रदाता सुरक्षा के लिए कई नितियाँ, तकनीक और मानक ऑफर करते है. जो ग्राहक को संभावित खतरों से सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम साबित होती है.
आपने क्या सीखा?
इस लेख में हमने आपको क्लाउड कम्प्युटिंग क्या होती है के बारे में पूरी जानकारी दी है? आपने जाना कि क्लाउड कम्प्युटिंग क्या है? इसके फायदें और सेवाओं को भी जाना है. साथ ही क्लाउड कम्प्युटिंग का प्रकार के बारे में जाना है. हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
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