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Robotic क्या है और इसके फायदे नुकसान की जानकारी हिंदी में

कम्प्युटर का आविष्कार होने के बाद से मानव सभ्यता ने स्वचालन तकनीक का विकास कर लिया है. जिसका परिणाम हमारे सामने है. आज कई क्षेत्रों में अधिकतर इंसानी कार्य करने के लिए कम्प्युटर प्रोग्राम्ड मशीने आ गई हैं.

यहीं कारण है कि रोबोटिक अब इंजिनियरिंग की एक स्वतंत्र अध्ययन शाखा बन चुकि है. अब रोबोट्स पर खूब शोध कार्य किया जा रहा है. क्योंकि यह भविष्य की तकनीक है. कल आपको सुबह उठाने के लिए रोबोट चाय लेकर आए?

इस लेख में हम रोबोटिक के बारे में ही जानकारी दे रहे हैं. अध्ययन की सुविधा के लिए हमने इस लेख को निम्न भागों में बांटा है.

Robotic Kya Hai in Hindi
रोबोटिक क्या है?


रोबोटिक क्या है – What is Robotic in Hindi?

रोबोट्स का विज्ञान और अध्ययन ही रोबोटिक हैं.

अगर इस Robotic Definition (in Hindi) का विस्तार करके कहें तो रोबोटिक की परिभाषा इस प्रकार होगी,

रोबोटिक, इंजिनियरिंग की एक अध्ययन शाखा है जिसमें रोबोट अवधारणा (Conception), रचना (Design), उत्पादन (Manufacture) तथा संचालन (Operation) का अध्ययन करवाया जाता है. इस शाखा में इलेक्ट्रॉनिक, कम्प्युटर साइसं, नैनोटेकनॉलोजी, मैकाट्रॉनिक्स, बायोटेकनॉलोजी तथा आर्टिफियल इंटेलिजेन्ट भी शामिल होते हैं.

Robotic शब्द Robot से आया है जिसे चेक (Czech) लेखक Karel Capek ने अपने नाटक R. U. R. (Rossum’s Universal Robots) में परिचय करवाया था. यह नाटक 1920 में प्रकाशित हुआ था.

मूल Robot शब्द Robota, जो एक चेक शब्द है, से आया है जिसका अर्थ “मजदूर” होता है.

Oxford English Dictionary के अनुसार Robotic शब्द पहली बार प्रकाशन में Isaac Asimov द्वारा अपनी विज्ञान फंतासी लघु-कथा “Liar” के द्वारा लाया गया. लेखक ने अपनी लघु-कथा “Runaround” में रोबोटिक्स के लोकप्रिय तीन सिद्धांत, जिन्हे Asimov’s Three Laws of Robotics के नाम से जाना जाता है,  भी दिए जो आज भी प्रासंगिक है.

  1. रोबोट्स को इंसान को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए.
  2. रोबोट्स को पहले नियम की अवहेलना किए बगैर इंसानों के निर्देशों का पालन करना चाहिए.
  3. अन्य नियमों के अवहेलना किए बगैर रोबोट्स को अपनी सुरक्षा करनी चाहिए.

रोबोटिक का एक अर्थ Automation से भी लगाया जाता है मगर स्वचालन तो इसकी एक विशेषता है. जबकि रोबोटिक एक वृहद क्षेत्र है.


रोबोटिक के पहलू ( Aspects of Robotic)

आज विभिन्न प्रकार के रोबोट उपलब्ध है. जिनका उपयोग भिन्न-भिन्न वातावरण में अलग-अलग कार्य करवाने में होता है. मगर, एक मिलिट्री रोबोट और मेडिकल रोबोट के निर्माण में तीन ही आधारभूत चीजों का उपयोग होता है.

अर्थात सभी प्रकार के रोबोट्स के निर्माण में एक प्रकार के यंत्रों तथा सिद्धांत ही इस्तेमाल होता है.

  • Mechanical Construction
  • Electronic Construction
  • Programming

Mechanical Construction

सभी रोबोट किसी एक खास आकार, आकृति में डिजाइन किये जाते है ताकि एक लक्ष्य विशेष को हासिल किया जा सके. क्योंकि पानी में तैराने के लिए आप एक मुर्गे की आकृति वाला रोबोट काम में नहीं लेना चाहेंगे. इस कार्य को मछली का आकार वाला रोबोट ही उपयुक्त ढंग से निष्पादित कर सकता है.

Electronic Construction

किसी रोबोट मशीन को चलाने और नियंत्रित करने के लिए “बिजली” की जरूरत पड़ती है. इसलिए इलेक्ट्रॉनिक तंत्र भी सभी रोबोट्स में पाया जाता है. एक पेट्रोल या अन्य ईंधन से युक्त रोबोट भी चालु होने के लिए इकेल्ट्रॉनिक पर निर्भर रहता है.

Programming

रोबोट से किसी कार्य-विशेष को करवाने के लिए पहले उसे उस कार्य के बारे में बताना पड‌ता है. तभी वह उस कार्य को करने के लिए सक्षम होता है. रोबोट्स को किसी कार्य-विशेष को करने के लिए आवश्यक निर्देश “कम्प्युटर प्रोग्रामिंग” द्वारा ही दिए जाते है. इस प्रोग्रामिंग के बाद ही रोबोट कब, क्या और कैसे करना है का निर्णय करने लायक बुद्धिमान बन पाता है.

रोबोट्स को तीन प्रकार से प्रोग्राम्ड (बुद्धिमान बनाने की प्रक्रिया‌) किया जाता है.

  • Remote Control – इस तकनीक में मशीन में कुछ कमांड्स की प्रोग्रामिंग कर दी जाती है. जिन्हे रोबोट नियंत्रक से आदेश मिलने पर ही क्रियांवित करता है. क्रियान्वयन के लिए इंसान एक रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल करते है. इसलिए इसे रिमोट कंट्रोलिंग प्रोग्राम्स भी कहा जाता है.
  • Artificial Intelligent – AI प्रोग्रामिंग से युक्त रोबोट वातावरण से खुद उलझते है और आने वाली समस्या तथा बाधाओं पर खुद निर्णय करते हैं. इनका नियंत्रक इंसान नहीं होता है. कब, क्या और कैसे करना है ये रोबोट तय करता है. इस कार्य के लिए रोबोट्स में कृत्रिम बुद्धिमता का प्रयोग होता है.
  • Hybrid – AI और RC मिश्रित प्राग्रामिंग हाईब्रिड प्रोग्रामिंग कहलाती है.

रोबोटिक का उपयोग – Applications of Robotics

एक प्रकार के कार्य के लिए विशेष रोबोट बनाए जाते है. जैसे उडने वाल रोबोट Flying Robot अथवा Drones कहलाते है. ये सिर्फ उडान भरते है और जमीन पर चल नही सकते है. अन्य कार्यों के लिए यह रोबोट अनुपयुक्त होगा.

इसी आधार पर हम रोबोट का कार्य-क्षेत्र निर्धारित कर सकते हैं. और वास्तविक जीवन में इनका उपयोग पहचान सकते है. वर्तमान में इनका उपयोग जोखिम भरे और इंसानों से परे कार्यों के लिए अधिक किया जा रहा है.

Military Robots

सैन्य कार्य जैसे परिवहन, शोध कार्य, बचाव कार्य तथा आक्रमण जैसे कार्यो के लिए इनका उपयोग किया जा रहा है. आजकल तो Robotic Soldiers की बात भी होनी लगी है. वह दिन दूर नहीं जब सीमाओं पर बंदूक ताने ये रोबोटिक सैनिक ही नजर आए. भारत में भी इनका उपयोग किया जाता है. दक्ष (Daksh), जिसे DRDO द्वारा बनाया गया सैन्य रोबोट है. जिसका उपयोग बॉम्ब डिस्फ्यूज करने में किया जा रहा है.

Industrial Robots

उत्पादन के कार्यों में रोबोट्स का उपयोग कई दशकों से किया जा रहा है. ऑटो इडंस्ट्री तो लगभग 50 प्रतिशत से भी ज्यादा रोबोट्स पर निर्भर हो गई है. IBM की कीबोर्ड उत्पादन इकाई तो 2003 से ही रोबोट द्वारा संचालित हो रही है. मानव श्रम से कम खर्चीले, अथकनीय और जोखिम फ्री श्रम फैक्ट्रियों के लिए इन्हे हम इंसानों से ज्यादा उपयुक्त बना रही है. इसी कारण इनका सबसे ज्यादा उपयोग उत्पादन क्षेत्र में हो रहा है.

Construction Robots

विनिर्माण कार्यों में भी इनका उपयोग खूब किया जा रहा है. 3-D प्रिंटर इसका सबसे व्यावहारिक उदारहरण है. जिसके द्वारा नीदरलैंड देश नें दुनिया का पहला 3-डी प्रिंटर ब्रिज बनाकर इतिहास रच दिया है. इसके अलावा कॉक्रिंट कार्य के लिए भी Demolish Robots खूब प्रचलित है. तथा बोझा ढोने के लिए तो स्वचालित मशीने इस्तेमाल होती ही है.

Agricultural Robots

कृषि क्षेत्र में इनका उपयोग अभी नया है. और फिलहाल बुवाई जैसे श्रम कार्यों में इनका उपयोग किया जा रहा है. मगर बुवाई, जुताई, कटाई, मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार फसल की जानकारी, ड्रॉन से कीटनाशकों का छिड‌काव आदि भविष्य के गर्भ में पल रहे है.

Medical Robots

चिकित्सा क्षेत्र में रोबोट का उपयोग सर्जरी जैसे जटिल और जानलेवा कार्यो के लिए किया जा रहा है. जापान में तो हॉस्पिटल डीलिवरी के लिए HOSPI (पैनासोनिक ने विकसित किया है) नामक रोबोट सिस्टम का उपयोग किया जाता है. Da Vinci Surgical System का उपयोग सर्जरी के लिए अमेरिका में होता है.

नैनोरोबोट भी विकसित किये जा रहे है जो मानव शरीर के अंदर प्रवेश करके अंदरूनी कोशिकाओं तथा कैंसर के रोगाणुओं को नष्ट करने की क्षमता रखते है.

Sport Robots

टेनिस खेल में मैदान में मार्किंग करने के लिए एक रोबोटिक मशीन का उपयोग सामान्य बात है. मगर आजकल कई खेलों में मैदान में मार्किंग के लिए रोबोट का उपयोग किया जा रहा है. क्रिकेट में खिलाड़ियों को बॉल फेंकने के लिए रोबोटिक खिलाड़ी का उपयोग खूब होता है. इसी तरह अन्य कार्यों के लिए भी प्रचलन बढ़ रहा है.

Other Robots

ऊपर वर्णीत रोबोट्स के अलावा रसोई रोबोट्स, डॉमेस्टिक रोबोट, नैनोरोबोट आदि भी इस्तेमाल हो रहे है. वो दिन दूर नहीं जब आपका बिस्तर एक रोबोट उठा रहा होगा. कई होटल्स में तो भोजन परोसने के लिए रोबोट्स का इस्तेमाल शुरु हो चुका है.


अतिरिक्त जानकारी

रोबोट क्या है?

रोबोट एक स्वचालित कम्प्युटर प्रोग्राम्ड मशीन है जो वातावरण का बोध करने में सक्षम तथा वास्तविक दुनिया की समस्याओं तथा बाधाओं के अनुसार निर्णय लेकर कार्य करने योग्य होती है.

रोबोटिक क्या है?

रोबोट का अध्ययन ही रोबोटिक है. यह इंजिनियरिंग की एक शाखा है जिसमें रोबोट अवधारणा, रचना, उत्पादन तथा संचालन का अध्ययन और शोध होता है. इसमें कम्प्युटर साइसं, बायोटेकनॉलोजी, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंट, नैनोटेकनॉलोजी, इलेक्ट्रॉनिक भी शामिल है.

रोबोट और रोबोटिक में क्या अंतर है?

रोबोट एक मशीन है होती है जबकी रोबोटिक एक अधययन शाखा है जिसमें इस स्वचालित बुद्धिमान मशीन के ऊपर शोध और अध्ययन होता है. यह शाखा आर्टिफियल इंटेलिजेंट की एक उपशाखा है.


आपने क्या सीखा?

इस लेख में हमने रोबोटिक के बारे में पूरी जानकारी दी है. आपने जाना कि रोबोटिक क्या होता है? रोबोटिक के विभिन्न पहलू तथा रोबोटिक कार्य-क्षेत्र भी आपने जाना है. हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

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2 thoughts on “Robotic क्या है और इसके फायदे नुकसान की जानकारी हिंदी में”

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