गूगल अपने प्रोडक्ट सुधार में नए-नए इनोवेशन करता ही रहता है. इसका ताजा उदाहरण है थर्ड पार्टी कॉल रिकॉर्डिंग एप्स को ब्लॉग करना. जी हां. मई 11 से नई डेवलपर पॉलिसी लागू होते ही कोई भी थर्ड पार्टी एप कॉल रिकॉर्ड नही कर पाएगा और गूगल प्ले स्टोर से भी उसे ब्लॉग कर दिया जाएगा.
टेक दानव गूगल इस फंक्शन को Android Accessibility API के जरिए कर रहा है. नई पॉलिसी के तहत कोई भी एप इस एपीआई के जरिए कॉल रिकॉर्डिंग की सुविधा अपने यूजर्स को नही दे पाएगा.
वैसे आपको बता दें गूगल इस फंक्शन पर बहुत पहले से काम कर रहा है. उसने एंड्रॉइड 6 में रियल-टाइम कॉल रिकॉर्डिंग को बंद कर दिया था. और एंड्रॉइड 10 में इन-कॉल रिकॉर्डिंग माइक्रोफोन के लिए बंद है.
फिर भी कुछ फोन में यह सुविधा चालू थी. ऐसे फोन के पास गूगल एक्सेसीबिलिटी सर्विस की उपलब्धता थी. जिसके जरिए वे कॉल रिकॉर्डिंग सेव मुहैया करा रहे थे. इससे पहले भी गूगल ने पूरी तरह से प्राइवेसी और सुरक्षा का हवाला देते हुए कॉल रिकॉर्डिंग को ब्लॉग कर दिया था.
मेरे ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा?
एक आम यूजर के ऊपर इस पॉलिसी का ज्यादा प्रभाव नही पड़ेगा. यदि आप ट्रूकॉलर, जैसे एप्स के जरिए कॉल रिकॉर्डिंग की सेवा ले रहे थे. तो यह सुविधा आपको अब नही मिलेगी. क्योंकि, इन एप्स के पास Accessibility API के जरिए कॉल रिकॉर्डिंग की सेवा मुहैया कराने की परमिशन गूगल के द्वारा उपलब्ध नही होगी.
अब गूगल का ओपरेटिंग सिस्टम एप्पल के जैसे हो जाएगा. वहां पर यह सुविधा नही दी जाती है. लेकिन, आप नैटिव कॉल रिकॉर्डिंग डिवाइस जैसे सैमसंग, शाओमी आदि के जरिए कॉल रिकॉर्डिंग की सुविधा ले पाएंगे. क्योंकि, इनके एप्स में इन-बिल्ट कॉल रिकॉर्डिंग की सुविधा होती है.