आपने फेसबुक, वाटसएप, ट्वीटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल साइट में सेल्फी पोस्ट देखी होगी?
सेल्फी के बढ़ते चलन के कारण इस समय टेलेविज़न तथा समाचार पत्रों में सेल्फी से होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में भी जरूर सुना होगा?
अब सवाल आता है की यह Selfie क्या है (What is Selfie in Hindi)? हम अपने स्मार्टफोन से सेल्फी कैसे ले सकते है? इस लेख में हम सेल्फ़ी की पूरी जानकारी दे रहे है. जिसमें आपको सेल्फ़ी से अवगत कराने के साथ-साथ अपने स्मार्टफोन से एक बढिया सेल्फी लेने का तरीका भी सिखाया गया हैं.
Selfie क्या हैं – What is Selfie in Hindi?
सरल शब्दों में कहें तो “Selfie” आप का खुद का फ़ोटो होता है. यह फ़ोटो आपके द्वारा अपने स्मार्टफोन, टेबलेट या अन्य डिवाइस के फ्रंट कैमरा से लिया जाता है. आमतौर पर प्रत्येक स्मार्टफोन में दो कैमरा मौजूद होते हैं. जिनमे एक Back Camera (Rear Camera) तथा दूसरा Front Camera मौजूद होता है.
सेल्फी लेते समय स्मार्टफोन के फ्रंट कैमरा से अपनी तस्वीर क्लिक की जाती है. तथा इस दौरान सेल्फी क्लिक करते समय हमें स्मार्टफोन को अपने हाथों या सेल्फी स्टिक को स्मार्टफोन से अटैच किया जाता है. आज बाजार में सेल्फी स्टिक कम दाम में आसानी से उपलब्ध हैं.
स्मार्टफोन के शुरुवाती दौर में अधिकतर स्मार्टफोन में फ्रंट कैमरा मौजूद नही होता था. या निम्न क्वालिटी का फ्रंट कैमरा होता था. परन्तु समय के साथ मोबाइल विक्रेता कंपनियों द्वारा इन स्मार्टफोन के कैमरा की क्वालिटी में काफी सुधार किया गया. जिस कारण आज वर्तमान समय में कम दाम में उच्च क्वालिटि का तथा ज्यादा मेगा पिक्सल वाला फ्रंट कैमरा स्मार्टफोन में उपलब्ध हैं.
यहां आपका जानना जरूरी है कि यदि स्मार्टफोन के फ्रंट कैमरा से दो या दो से अधिक लोगों की तस्वीर क्लिक की जाती है. तो यह सेल्फी नहीं कहलाती है. जब हम अपने स्मार्टफोन या टेबलेट डिवाइस के फ्रंट कैमरा से खुद की तस्वीर कैप्चर करते हैं, केवल वही फोटो सेल्फ़ी कहलाता हैं.
सेल्फी के बढ़ते चलन के कारण आज न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी सेल्फी को लेकर लोग काफी उत्साहित रहते हैं. जिनमें विशेषकर युवा वर्ग सेल्फी लेना अधिक पसंद करता है. आज आप फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट्स पर लोगों द्वारा ली गई सेल्फी को आसानी से देख सकते हैं. तथा विगत कुछ वर्षों में भारत में बढ़ते सेल्फी के चलन के कारण कई बॉलीवुड गाने, विडियों भी आ चुके हैं.
सेल्फी का इतिहास – Selfie History in Hindi?
वर्तमान समय की सेल्फी पुरानी सेल्फी से काफी अलग थी. तथा इस में हुए सुधार के कारण आज हम आसानी से सेल्फी ले पाते हैं. साल 1839 में रोबोट कुरने द्वारा ली गई तस्वीर को निकलने में 3 मिनट का समय लगा था. लोगों द्वारा इस तस्वीर को सेल्फ पोट्रेट अर्थात सेल्फी का नाम दिया गया.
यह कार्य बहुत धीमी गति से होता था. जिसमें उसी मुद्रा में व्यक्ति को कैमरे के सम्मुख 3 मिनट से लेकर 15 मिनट तक खड़ा रहना पड़ता था. तथा कैमरे के लेंस कैप को समय-समय पर बदलना पड़ता था.
उसके बाद सेल्फी को लेकर कहीं एक्सपेरिमेंट किए गए जिसमें 1914 में 13 वर्ष की लड़की ने शीशे के सामने खड़े होकर मिरर सेल्फी ली तथा इस लड़की ने अपने पिता को पत्र में लिखते हुए कहा कि “इस दौरान फोटो क्लिक करते हुए मेरे हाथ बहुत कांप रहे थे“.
ये घटनाएं साबित करती हैं सेल्फी का इतिहास काफी रोमांचक घटनाओं से भरा पडा हैं. 1966 में उस समय एक फोटो, चर्चा में आई जब ताज महल के सामने खड़े होकर एक विदेशी युवक ने खुद का फोटो (Selfie) क्लिक किया. इस फोटो को पहली ताजमहल सेल्फी के रूप में जाना जाना है.
साल 2013 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने सेल्फी शब्द को अपनी डिक्शनरी में जगह दी जिसमें सेल्फी का अर्थ स्वयं की खींची गई फोटो होता है तथा आपको जानकर हैरानी होगी कि इस चर्चित शब्द को साल 2013 में “वर्ड ऑफ द ईयर” के नाम से भी नवाजा गया है. तथा विश्व भर में 21 जून सेल्फी दिवस (World Selfie Day) के रूप में भी मनाया जाता है.
एक सेल्फी दीवाने होने के नाते आपको यह जानना दिलचस्प होगा कि सेल्फी किन किन लोगों द्वारा ली जाती है?
वैसे तो सेल्फी लगभग सभी आयु वर्ग के स्मार्टफोन यूजर्स द्वारा क्लिक की जाती है. परंतु आंकड़ों के अनुसार 18 वर्ष से 34 वर्ष की आयु के व्यक्ति पसंदीदा स्थान पर सेल्फी लेना नहीं भूलते. आपको यह जानना जरूरी है कि भारत के प्रधानमंत्री से लेकर बराक ओबामा जैसे बड़ी हस्तियां भी सेल्फी लेती हैं.
ब्रिटेन में हुई एक रिसर्च के मुताबिक सबसे ज्यादा Selfie पुरुषों द्वारा ली जाती है. जिसमें वे ऑनलाइन बेस्ट सेल्फी लेने के तरीके इंटेरनेट पर खोजते हैं तथा वर्ष 2014 के आंकड़ों के अनुसार प्रत्येक दिन 94 मिलीयन सेल्फी ली जाती है. तथा यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है.
लोग सेल्फी लेना क्यों पसंद करते हैं?
कई पुरुष तथा महिलाएं सेल्फी लेने के दौरान फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करती हैं. जिससे वह लोगों के सामने नए रूप में प्रस्तुत कर सकें. अत: हम कह सकते हैं कि सेल्फी को एक प्रशंसा पाने के लिए भी ली जाती है.
लोगों का मानना है कि सोशल मीडिया ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहाँ लोग दैनिक जीवन के बाहर अपने आप को प्रजेंट कर सकते हैं. लोग अपनी ओर दूसरों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भी सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं.
तथा इसके साथ ही सेल्फी आपके चेहरे को दर्शाती है. जिससे चेहरे के हाव-भाव से आपके मूड का अंदाजा भी लगाया जा सकता है. जिस वजह से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए भी Selfie का सहारा लिया जाता है.
साथ ही लोग अब सेलेब्रिटी, क्रिकेटरों, बॉलिवुड स्टार्स तथा अन्य फेमस लोगों के Autograph लेने के बजाए उसके साथ फोटों खिंचवाना ज्यादा पसंद करने लगे है. और यह काम एक सेल्फ़ी से बेहतर कोई फोटों नही कर सकता हैं.
सेल्फी लेना कितना नुकसानदायक हो साबित हो सकता हैं?
जी हाँ कुछ लोग दिन भर में रोजाना नई-नई सेल्फी लेना पसंद करते हैं, हालांकि वह इस फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करते यह आदत “बॉर्डर लाइन सेल्फाई-डाइस” का रूप लेती है.
एक सर्वे के मुताबिक बार-बार सेल्फी लेना हमारे चेहरे के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. क्योंकि सेल्फी के दौरान फोन से स्किन रेडिएशन तथा फोन से चेहरे पर पड़ने वाली ऊष्मा के कारण स्किन को ज्यादा खतरा होता है.
इसके अलावा रोजाना अधिक सेल्फी लेना हमारे गर्दन के लिए काफी पीड़ादायक साबित हो सकता है. क्योंकि अधिक Selfie लेने से गर्दन में नसों के रक्त प्रवाह मैं दिक्कत हो सकती है.
इसके साथ ही यह हमारे आंखों के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है. क्योंकि मोबाइल से आंखों में पड़ने वाली लाइट तथा स्क्रीन रेजोल्यूशन से काफी फर्क पड़ता है. जिस वजह से हमें वक्त रहते सेल्फी का उपयोग इस तरह से करना चाहिए. जिससे हमारे सेहत तथा सुरक्षा बनी रहे.
आपने क्या सीखा?
इस लेख में हमने आपको सेल्फी के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना कि सेल्फी क्या होती हैं? पहली सेल्फी कब खींची गई? सेल्फी का इतिहास भी आपने जाना. हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
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